Friday 10 January 2014
SAIL invites applications for 650 posts of Management Trainee (Technical) and 60 posts of Management Trainee (Administration)
SAIL
invites applications for 650 posts of Management Trainee (Technical)
and 60 posts of Management Trainee (Administration) in E-1
grade.......ELIGIBILITY: Upper Age : 30 years as on 1.1.2014, i.e., not
born earlier than 1.1.1984................. Eligible and interested
candidates would be required to apply online only through career page on
SAIL’s website: www.sail.co.in.
हार्ट अटैक: ना घबराये ......!!! सहज सुलभ उपाय .
हार्ट अटैक: ना घबराये ......!!!
सहज सुलभ उपाय ....
99 प्रतिशत ब्लॉकेज को भी रिमूव कर देता है पीपल का पत्ता....
पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल गुलाबी कोंपलें न हों,
बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों। प्रत्येक का ऊपर व नीचे
का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें।
पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें। इन्हें एक गिलास पानी में धीमी
आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े
से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार।
इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः लें। हार्ट
अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से
हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं
रहती। दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें।
* पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
* इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती
हैं।
* खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व
हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
* प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब,
धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
* अनार, पपीता, आंवला, बथुआ, लहसुन, मैथी दाना, सेब का मुरब्बा, मौसंबी,
रात में भिगोए काले चने, किशमिश, गुग्गुल, दही, छाछ आदि लें । ......
तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप क्यों बनाया..
शेयर करना ना भूले.....
Via Carttons Againest Curroptions
Thursday 9 January 2014
Ratan Tata
"तुम बेशर्म हो सकते हो लेकिन मैँ नही.."
___ Ratan Tata
घटना बहुत पुरानी है लेकिन यादकर रतन टाटा को बार बार सैल्यूट करने को जी चाहता है इसलिये पुन: पोस्ट कर रहा हुँ
26/11 के बाद रतन टाटा ने अपने भारत और विदेश के होटलोँ की श्रंखला के पुनर्निर्माण के लिये टेँडर जारी किये उसके लिये काफी कम्पनियोँ ने एप्लाई किया जिसमेँ कुछ पाकिस्तानी कम्पनियाँ भी शामिल थी
दो पाकिस्तानी कम्पनियाँ अपनी बोली को मजबुत करने के लिये बॉम्बे हाउस ( Head office of Tata ) भी आई रतन टाटा से मिलने बिना अपॉइंटमेँट के
क्योँकि टाटा ने उनको अपॉइंटमेँट के लिये टाईम नहीँ दिया
उनको काफी देर तक बॉम्बे हाऊस के रिसेप्शन पर वेट कराया गया फिर टाटा की तरफ से बिजी होने का मैसेज देकर भगा दिया गया
दोनोँ उद्योगपति मुम्बई से दिल्ली गये और अपने उच्चायुक्त से बात की और एक मंत्री के जरिये टाटा को फोन लगवाया
मंत्री ने टाटा से उनको अपॉईँटमेँट देने की रिक्यूस्ट की तो टाटा ने कहा
"तुम बेशर्म हो सकते हो लेकिन मैँ नही.."
और फोन काट दिया
कुछ महिनोँ बाद पाकिस्तानी सरकार ने रतन टाटा को एक लाख टाटा सूमो का ऑर्डर दिया तो रतन टाटा ने पाकिस्तान को एक टायर तक देने से मना कर दिया
राष्ट्र हमेशा सर्वोपरि होता है ये रतन टाटा को पता है
___ Ratan Tata
घटना बहुत पुरानी है लेकिन यादकर रतन टाटा को बार बार सैल्यूट करने को जी चाहता है इसलिये पुन: पोस्ट कर रहा हुँ
26/11 के बाद रतन टाटा ने अपने भारत और विदेश के होटलोँ की श्रंखला के पुनर्निर्माण के लिये टेँडर जारी किये उसके लिये काफी कम्पनियोँ ने एप्लाई किया जिसमेँ कुछ पाकिस्तानी कम्पनियाँ भी शामिल थी
दो पाकिस्तानी कम्पनियाँ अपनी बोली को मजबुत करने के लिये बॉम्बे हाउस ( Head office of Tata ) भी आई रतन टाटा से मिलने बिना अपॉइंटमेँट के
क्योँकि टाटा ने उनको अपॉइंटमेँट के लिये टाईम नहीँ दिया
उनको काफी देर तक बॉम्बे हाऊस के रिसेप्शन पर वेट कराया गया फिर टाटा की तरफ से बिजी होने का मैसेज देकर भगा दिया गया
दोनोँ उद्योगपति मुम्बई से दिल्ली गये और अपने उच्चायुक्त से बात की और एक मंत्री के जरिये टाटा को फोन लगवाया
मंत्री ने टाटा से उनको अपॉईँटमेँट देने की रिक्यूस्ट की तो टाटा ने कहा
"तुम बेशर्म हो सकते हो लेकिन मैँ नही.."
और फोन काट दिया
कुछ महिनोँ बाद पाकिस्तानी सरकार ने रतन टाटा को एक लाख टाटा सूमो का ऑर्डर दिया तो रतन टाटा ने पाकिस्तान को एक टायर तक देने से मना कर दिया
राष्ट्र हमेशा सर्वोपरि होता है ये रतन टाटा को पता है
Tuesday 7 January 2014
पृथ्वी का भोगोलिक मानचित्र: वेद व्यास द्वारा
पृथ्वी का भोगोलिक मानचित्र: वेद व्यास द्वारा
महाभारत में पृथ्वी का पूरा मानचित्र हजारों वर्ष पूर्व ही दे दिया गया था। महाभारत में कहा गया है कि यह पृथ्वी चन्द्रमंडल में देखने पर दो अंशों मे खरगोश तथा अन्य दो अंशों में पिप्पल (पत्तों) के रुप में दिखायी देती है-
उपरोक्त मानचित्र ११वीं शताब्दी में रामानुजचार्य द्वारा महाभारत के निम्नलिखित श्लोक को पढ्ने के बाद बनाया गया था-
“ सुदर्शनं प्रवक्ष्यामि द्वीपं तु कुरुनन्दन। परिमण्डलो महाराज द्वीपोऽसौ चक्रसंस्थितः॥
यथा हि पुरुषः पश्येदादर्शे मुखमात्मनः। एवं सुदर्शनद्वीपो दृश्यते चन्द्रमण्डले॥ द्विरंशे पिप्पलस्तत्र द्विरंशे च शशो महान्।
”
—वेद व्यास, भीष्म पर्व, महाभारत
अर्थात
हे कुरुनन्दन ! सुदर्शन नामक यह द्वीप चक्र की भाँति गोलाकार स्थित है, जैसे पुरुष दर्पण में अपना मुख देखता है, उसी प्रकार यह द्वीप चन्द्रमण्डल में दिखायी देता है। इसके दो अंशो मे पिप्पल और दो अंशो मे महान शश(खरगोश) दिखायी देता है। अब यदि उपरोक्त संरचना को कागज पर बनाकर व्यवस्थित करे तो हमारी पृथ्वी का मानचित्र बन जाता है, जो हमारी पृथ्वी के वास्तविक मानचित्र से बहुत समानता दिखाता है।
महाभारत में पृथ्वी का पूरा मानचित्र हजारों वर्ष पूर्व ही दे दिया गया था। महाभारत में कहा गया है कि यह पृथ्वी चन्द्रमंडल में देखने पर दो अंशों मे खरगोश तथा अन्य दो अंशों में पिप्पल (पत्तों) के रुप में दिखायी देती है-
उपरोक्त मानचित्र ११वीं शताब्दी में रामानुजचार्य द्वारा महाभारत के निम्नलिखित श्लोक को पढ्ने के बाद बनाया गया था-
“ सुदर्शनं प्रवक्ष्यामि द्वीपं तु कुरुनन्दन। परिमण्डलो महाराज द्वीपोऽसौ चक्रसंस्थितः॥
यथा हि पुरुषः पश्येदादर्शे मुखमात्मनः। एवं सुदर्शनद्वीपो दृश्यते चन्द्रमण्डले॥ द्विरंशे पिप्पलस्तत्र द्विरंशे च शशो महान्।
”
—वेद व्यास, भीष्म पर्व, महाभारत
अर्थात
हे कुरुनन्दन ! सुदर्शन नामक यह द्वीप चक्र की भाँति गोलाकार स्थित है, जैसे पुरुष दर्पण में अपना मुख देखता है, उसी प्रकार यह द्वीप चन्द्रमण्डल में दिखायी देता है। इसके दो अंशो मे पिप्पल और दो अंशो मे महान शश(खरगोश) दिखायी देता है। अब यदि उपरोक्त संरचना को कागज पर बनाकर व्यवस्थित करे तो हमारी पृथ्वी का मानचित्र बन जाता है, जो हमारी पृथ्वी के वास्तविक मानचित्र से बहुत समानता दिखाता है।
Story of Pizza
आजकल बहुत से लोग हैं जिन्हें"पिज्जा" खाने मेंबड़ा मज़ा आता है ....तो ... मैंने भी अपना दिमाग दौड़ाना शुरूकिया .....चलिये ....
इसपर एक नज़र डालें >>पिज्जा बेचनेवाली कंपनियाँ"Pizza Hut, Dominos, KFC, McDonalds, PizzaCorner, Papa John’s Pizza, California PizzaKitchen, Sal’s Pizza"
अब मैंने हिसाब लगाया कि पिज्जाबनाने में 50 रुपएसे ज़्यादा का सामान नहीं लगता.... और गॅस औरबाकी खर्च मिला कर करीब 70 रुपए में एकबड़ा पिज्जा आसानी से बन जाता है.....
(चलो 30रुपए विज्ञापन करने के भी जोड़ ही लो)तो एक पिज्जा का लागत मूल्य हुआ 100 /-कंपनियाँ इसी पिज्जा को 350/- रुपए के करीबबेचती हैं .....अब बाकी का 250 रुपए (जो कि शुद्ध मुनाफा है)कंपनियाँ अपने साथ अमरीका ले जाती हैं(क्योंकि ये सारी कंपनियाँ अमेरिकी हैं) ....
अब आती है सोचने वाली बात .....अमेरिका की दादागिरी किसी सेछुपी नहीं है .....और जब भी कुछ छोटी सी भी बात होती है ....अमेरिका ही ऐसा अकेला देश है जो पाकिस्तान(वही .... पड़ोसी मुल्क) को आए दिन आर्थिक मददकरता है ....और ये बात भी किसी से छुपी हुई नहीं हैकि पाकिस्तान अपने मुल्क में आतंकवादियों की मददकरता है .....आतंकवादी फिर उसी पैसे से हथियार खरीदते हैं .....तो >>हमने जो पैसा अमेरिका को दिया....अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया....पाकिस्तान ने आतंकवादियों को दिया ....और आतंकवादियों ने उससे हथियार खरीदे ....
अब थोड़ा हिसाब-किताब किया जाये.....एक साधारण बंदूक की गोली 75 रुपएकी होती है .... तो आप एक पिज्जा खाने के समयकरीब 2 लोगों की मौत का भी प्रबंध कर रहे हैं ....."सड़े हुए मैदे" का पिज्जा खाकर.... क्या हम अपनेही देश से गद्दारी नहीं कर रहे ?अगली बार जब आपके हाथ में पिज्जा आए ....तो ज़रा मुंबई के जिहादी हमले में मारे गए लोगों केचेहरे याद कर लीजिएगा .... कुछ मांग के उजड़े सिंदूरऔर अनाथ बिलखते बच्चे .....बस ... और कुछ नहीं .....उसके बाद भी अगर आप उस पिज्जा कोखा लेंगे ....तो ..... मुझे खुशी होगी ये कहते हुए कि "आपसेबड़ा गद्दार कोई नहीं" .... एक तरह से सारेआतंकी हमलों के लिए ... आप जिम्मेदार हैं ....जय हिन्द .... वंदे मातरम
इसपर एक नज़र डालें >>पिज्जा बेचनेवाली कंपनियाँ"Pizza Hut, Dominos, KFC, McDonalds, PizzaCorner, Papa John’s Pizza, California PizzaKitchen, Sal’s Pizza"
अब मैंने हिसाब लगाया कि पिज्जाबनाने में 50 रुपएसे ज़्यादा का सामान नहीं लगता.... और गॅस औरबाकी खर्च मिला कर करीब 70 रुपए में एकबड़ा पिज्जा आसानी से बन जाता है.....
(चलो 30रुपए विज्ञापन करने के भी जोड़ ही लो)तो एक पिज्जा का लागत मूल्य हुआ 100 /-कंपनियाँ इसी पिज्जा को 350/- रुपए के करीबबेचती हैं .....अब बाकी का 250 रुपए (जो कि शुद्ध मुनाफा है)कंपनियाँ अपने साथ अमरीका ले जाती हैं(क्योंकि ये सारी कंपनियाँ अमेरिकी हैं) ....
अब आती है सोचने वाली बात .....अमेरिका की दादागिरी किसी सेछुपी नहीं है .....और जब भी कुछ छोटी सी भी बात होती है ....अमेरिका ही ऐसा अकेला देश है जो पाकिस्तान(वही .... पड़ोसी मुल्क) को आए दिन आर्थिक मददकरता है ....और ये बात भी किसी से छुपी हुई नहीं हैकि पाकिस्तान अपने मुल्क में आतंकवादियों की मददकरता है .....आतंकवादी फिर उसी पैसे से हथियार खरीदते हैं .....तो >>हमने जो पैसा अमेरिका को दिया....अमेरिका ने पाकिस्तान को दिया....पाकिस्तान ने आतंकवादियों को दिया ....और आतंकवादियों ने उससे हथियार खरीदे ....
अब थोड़ा हिसाब-किताब किया जाये.....एक साधारण बंदूक की गोली 75 रुपएकी होती है .... तो आप एक पिज्जा खाने के समयकरीब 2 लोगों की मौत का भी प्रबंध कर रहे हैं ....."सड़े हुए मैदे" का पिज्जा खाकर.... क्या हम अपनेही देश से गद्दारी नहीं कर रहे ?अगली बार जब आपके हाथ में पिज्जा आए ....तो ज़रा मुंबई के जिहादी हमले में मारे गए लोगों केचेहरे याद कर लीजिएगा .... कुछ मांग के उजड़े सिंदूरऔर अनाथ बिलखते बच्चे .....बस ... और कुछ नहीं .....उसके बाद भी अगर आप उस पिज्जा कोखा लेंगे ....तो ..... मुझे खुशी होगी ये कहते हुए कि "आपसेबड़ा गद्दार कोई नहीं" .... एक तरह से सारेआतंकी हमलों के लिए ... आप जिम्मेदार हैं ....जय हिन्द .... वंदे मातरम
जाम या अमरुद
जाम या अमरुद
- यह एक बहुत नर्म फल है पर इसके बीज बहुत सख्त होते है।पर ये बीज पेट के लिए बहुत अच्छे , रेचन करने वाले होते है। इसलिए जाम को गोल गोल स्लाइस में काटिए। चारो तरफ का गुदा अच्छी तरह चबा कर खा ले और बीजों को थोड़ा मुंह में चला कर ऐसे ही निगल ले। इसके बीज चबाने से अच्छा है उन्हें ऐसे ही निगलना।
- यह हृदय को मजबूती देने वाला और घबराहट दूर करने वाला है।
- यह मस्तिष्क की ताकत बढाता है।
- यह शरीर की कमजोरी दूर कर ; ऊर्जा देता है।
- यह मन को प्रसन्नता देने वाला फल है।
- यह दाह को कम करता है।
- इसे नमक के साथ खाने से पेट के कीड़े ख़त्म करता है।
- इसकी पत्तियाँ ज्वर नाशक , कफ नाशक और खांसी में लाभदायक है।
- मसूड़ों के दर्द और मुंह की के लिए इसकी पत्तियोंको कूटकर उसमे थोड़ी लौंग का चुरा और सेंधा नमक मिला कर लगाए।
- मुंह के छालों के लिए इसकी पत्तियाँ चबाकर थूक दे या निगल ले।
- इसकी पत्तियों के रस से भांग का नशा कम होता है।
- ज्वर में इसकी पत्तियों , गिलोय और तुलसी को उबालकर काढ़ा ले।
- संग्रहणी या कोलाइटिस या लीवर की परेशानी में इसकी पत्ती , छाल का पावडर और थोड़ी सी सौंठ उबालकर ले।
- यह एक बहुत नर्म फल है पर इसके बीज बहुत सख्त होते है।पर ये बीज पेट के लिए बहुत अच्छे , रेचन करने वाले होते है। इसलिए जाम को गोल गोल स्लाइस में काटिए। चारो तरफ का गुदा अच्छी तरह चबा कर खा ले और बीजों को थोड़ा मुंह में चला कर ऐसे ही निगल ले। इसके बीज चबाने से अच्छा है उन्हें ऐसे ही निगलना।
- यह हृदय को मजबूती देने वाला और घबराहट दूर करने वाला है।
- यह मस्तिष्क की ताकत बढाता है।
- यह शरीर की कमजोरी दूर कर ; ऊर्जा देता है।
- यह मन को प्रसन्नता देने वाला फल है।
- यह दाह को कम करता है।
- इसे नमक के साथ खाने से पेट के कीड़े ख़त्म करता है।
- इसकी पत्तियाँ ज्वर नाशक , कफ नाशक और खांसी में लाभदायक है।
- मसूड़ों के दर्द और मुंह की के लिए इसकी पत्तियोंको कूटकर उसमे थोड़ी लौंग का चुरा और सेंधा नमक मिला कर लगाए।
- मुंह के छालों के लिए इसकी पत्तियाँ चबाकर थूक दे या निगल ले।
- इसकी पत्तियों के रस से भांग का नशा कम होता है।
- ज्वर में इसकी पत्तियों , गिलोय और तुलसी को उबालकर काढ़ा ले।
- संग्रहणी या कोलाइटिस या लीवर की परेशानी में इसकी पत्ती , छाल का पावडर और थोड़ी सी सौंठ उबालकर ले।
Monday 6 January 2014
How to handel Heart Attack when you are Alone.
जरा सोचिये की शाम के
7:25 बजे है और आप घर जा रहे है
वो भी एकदम अकेले।
ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज दर्द
होता है जो
आपके हाथों से होता हुआ आपके जबड़ो तक
पहुँच
जाता है। आप अपने घर से
सबसे नजदीक अस्पताल
से 5 मील दूर है और
दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं
समझ आरहा की आप वहां
तक पहुँच पाएंगे की नहीं।
आप सीपीआर में प्रशिक्षित
है मगर वहां भी आपको ये
नहीं सिखाया गया की इसको
खुद पर प्रयोग कैसे करे।
ऐसे में दिल के दौरे से बचने
के लिए ये उपाय आजमाए ;-
चूँकि ज्यादातर लोग दिल के
दौरे के वक्त अकेले होते है
बिना किसी की मदद के
उन्हें सांस लेने में तकलीफ
होती है । वे बेहोश होने लगते
ह और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है
। ऐसे हालत
में पीड़ित जोर जोर से खांस
कर खुद को सामान्य रख
सकता है। एक जोर की सांस लेनी चाहिए हर
खांसी से पहले
और खांसी इतनी तेज हो की
छाती से थूक निकले।
जब तक मदद न आये ये प्रक्रिया दो सेकंड से
दोहराई
जाए ताकि धड्कण सामान्य
हो जाए ।
जोर की साँसे फेफड़ो में
ऑक्सीजन पैदा करती है
और जोर की खांसी की वजह
से दिल सिकुड़ता है जिस से
रक्त सञ्चालन नियमित रूप से
चलता है ।।।।।
7:25 बजे है और आप घर जा रहे है
वो भी एकदम अकेले।
ऐसे में अचानक से आपके सीने में तेज दर्द
होता है जो
आपके हाथों से होता हुआ आपके जबड़ो तक
पहुँच
जाता है। आप अपने घर से
सबसे नजदीक अस्पताल
से 5 मील दूर है और
दुर्भाग्यवश आपको ये नहीं
समझ आरहा की आप वहां
तक पहुँच पाएंगे की नहीं।
आप सीपीआर में प्रशिक्षित
है मगर वहां भी आपको ये
नहीं सिखाया गया की इसको
खुद पर प्रयोग कैसे करे।
ऐसे में दिल के दौरे से बचने
के लिए ये उपाय आजमाए ;-
चूँकि ज्यादातर लोग दिल के
दौरे के वक्त अकेले होते है
बिना किसी की मदद के
उन्हें सांस लेने में तकलीफ
होती है । वे बेहोश होने लगते
ह और उनके पास सिर्फ 10 सेकण्ड्स होते है
। ऐसे हालत
में पीड़ित जोर जोर से खांस
कर खुद को सामान्य रख
सकता है। एक जोर की सांस लेनी चाहिए हर
खांसी से पहले
और खांसी इतनी तेज हो की
छाती से थूक निकले।
जब तक मदद न आये ये प्रक्रिया दो सेकंड से
दोहराई
जाए ताकि धड्कण सामान्य
हो जाए ।
जोर की साँसे फेफड़ो में
ऑक्सीजन पैदा करती है
और जोर की खांसी की वजह
से दिल सिकुड़ता है जिस से
रक्त सञ्चालन नियमित रूप से
चलता है ।।।।।
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